मेरी हर धरकन की है यही पुकार |
तूँ मेरे जीवन में बनकर आयी रिमझिम फुहार |
तुम बिन कैसे बने संगीत मेरा?
तुम ही तो हो मेरे वीणा की तार |
उठा है जो तूफ़ाँ तो फ़िर आसमां तलक जायेगा | ऊँची पहाड़ी पर चढ़ कर फ़िर उस ढलान तलक जायेगा | पथरीला रास्ता है और सफर बहुत लम्बा है | सोच कर बता ...
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