Wednesday, July 8, 2020

ग़र तुम और मै मिल जाएं....


ग़र तुम और मै मिल जाएं तो,
अस्तित्व मिटे हर ग़म का |
मेरे खुशियों की फुलवारी तूँ,
मै सुर हूँ तेरे सरगम का |

मेरे सावन की हरियाली तूँ,
मै ज्योति तेरे शबनम का |
तेरे पायल की झनकार हूँ मै,
तूँ शान मेरे दर्पण का |

ग़र तुम और मै मिल जाएं तो,
अस्तित्व मिटे हर ग़म का |

✍️आशीष कुमार सत्यार्थी 

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